Sweet fuck With the New Neighbor Girl
मैं दिल्ली में अकेला कमरा लेकर रह रहा था. मेरे पड़ोस में दो लडकियां रहने आयी तो उन्होंने मेरी मदद मांगी. उनसे मेरी दोस्ती हुई और बात आगे बढ़ी, चुदाई तक पहुंची.
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम करन (बदला हुआ नाम) है, मेरी उम्र 24 साल है. मैं upमेरठ का रहने वाला हूं और मैंने बी एस सी की पढ़ाई की है.
यह बात एक साल पहले उस समय की है, जब मैं अपनी पढ़ाई पूरी करके नौकरी की तलाश में दिल्ली आ गया था. कुछ दिनों में नौकरी भी मिल गई और बहुत दोस्त भी बन गए. पर मेरे को दिल्ली में कोई ऐसा चाहिए था जो मुझे समझे, मुझे बेइन्तहां मोहब्बत करे क्योंकि हर किसी को कोई तो चाहिए ही होता है जिसके साथ वो अपने दिल की बात कर सके.
अब मुझको इधर दिल्ली में नौकरी करते हुए दो महीने हो गए थे. रोज का नियम हो गया था कि रोज सुबह उठो, काम पर जाओ, रात को आओ, खाना खाओ और सो जाओ. रविवार को आराम करो. बस जिंदगी ऐसी ही चल रही थी.
एक दिन मैं रविवार को दिन में खा पीकर अपने कमरे में आराम कर रहा था. तभी किसी ने मेरा दरवाजे पर ठक-ठक की. मैं दरवाज़ा खोलने गया, तो देखा दो लड़कियां दरवाज़े पर खड़ी थीं. उनमें से एक लाल लिपस्टिक लगाए, टाइट जीन्स पहने हुए थी. दूसरी भी जींस टॉप ही पहने हुए थी, मगर लाल लिपस्टिक वाली ज्यादा हॉट लग रही थी. Sweet fuck with the new neighbor girl
उन दोनों को अपने दरवाजे पर खड़ा देख कर मुझे लगा मानो कोई फ़िल्म चल रही हो … ऐसा दृश्य मेरी नजरों के आगे था. मैं बस उनको देखे जा रहा था.
तभी वो लाल लिपस्टिक वाली लड़की बोली- सुनिए … हम यहां नए रहने आए हैं … तो क्या आप बता सकते हैं कि यहां आस पास कोई दुकान है, जहां गैस चूल्हा और बाकी सामान मिल सके. मैंने उनको बोला- आप अन्दर आ जाएं. उन्होंने हंसते हुए ना बोला.
दुकान तो बगल में थी, लेकिन मैंने मन में कहा कि ये इनसे दोस्ती करने का सही वक्त है.
मैंने उनसे बोला- दुकान थोड़ी दूर है, आप चाहें, तो मैं आप लोगों के साथ चल सकता हूँ. उन्होंने हंसते हुए बोला- अरे ये तो बहुत ही बढ़िया आइडिया है … लेकिन आप क्यों तकलीफ ले रहे हैं … हम चली जाएंगी. आप बस बता दीजिएगा.
मेरे काफी कहने के बाद वो दोनों मान गईं और बोलीं- ठीक है … आप तैयार हो जाएं … हम दोनों थोड़ी देर में आती हैं.
मैं काफी खुश था कि आज तो सूखे खेत में बारिश का मौसम बन गया. बस इन बादलों से पानी और बरस जाए, तो खेती संवर जाएगी. Sweet fuck with the new neighbor girl
मैं उनकी चुदाई के बारे में सोचते हुए जल्दी जल्दी कपड़े पहनने लगा और इत्र आदि लगा कर अच्छे से तैयार हो गया.
थोड़ी देर में वो दोनों आईं और हम सब चल दिए
लाल लिपस्टिक वाली लड़की का नाम प्रिया (बदला हुआ नाम) था. वो बोली- आप बहुत अच्छे हैं … वरना पराये शहर में कौन किसकी मदद करता है.
थोड़ी देर ऐसी ही बातें करते करते हम दुकान तक पहुंच गए और कुछ ही देर में उन्होंने सामान ले लिया.
इसी बीच हम तीनों में दोस्ती हो गई थी. प्रिया मुझसे खुल कर बातचीत करने लगी थी. हम सब घर वापस आने लगे.
तभी प्रिया बोली- करन, तुम आज शाम क्या कर रहे हो? मैंने बोला- कुछ नहीं यार, आज तो संडे है … बस खाली हूँ. वो बोली- तो ठीक है … आज शाम को तुम हमारे रूम में आ जाना और फिर हम तीनों साथ में डिनर करेंगे. तुमको कोई दिक्कत तो नहीं है? Sweet fuck with the new neighbor girl
यह सुनकर तो मानो अन्दर अलग ही खुशी हो गयी और मैं बोला- नेकी और पूछ पूछ … यार कितने दिनों बाद घर का बना खाने को मिलने वाला है … ठीक है मैं आ जाऊंगा. वो दोनों भी हंसती हुई अपने रूम में में चली गईं.
मैं भी अपने रूम में जाकर इतना खुश हो गया मानो मुझे कोहिनूर हीरा मिल गया हो.
उसके बाद शाम को मैं उनके रूम में वक़्त से पहले जा पहुंचा. नेहा (प्रिया की सहेली) ने दरवाजा खोला.
वो मुझे देख कर बोली- आ जाओ … हम अभी डिनर की तैयारी ही कर रहे हैं. मैं प्रिया को ढूढ़ रहा था, वो कहीं नज़र नहीं आ रही थी.
तभी नेहा बोली- अभी हमने पूरा सामान अच्छे से नहीं रखा है, तो आपको थोड़ा एडजस्ट करना पड़ेगा. मैंने पूछा- प्रिया कहां है? तो नेहा बोली- प्रिया नीचे फूलगोभी लेने गयी है. मैंने ओके कहा और हम दोनों बातें करने लगे.
नेहा से मैं पहले उतना घुला मिला नहीं था क्योंकि वो थोड़ी शांत सी थी. अब उससे थोड़ी बात हुई, तो मुझे वो भी काफी मिलनसार लगी. Sweet fuck with the new neighbor girl
हम बात कर ही रहे थे कि प्रिया आ गई. नेहा प्रिया की ओर देखते हुए बोली- सब्जी लेने फरीदाबाद गयी थी क्या? प्रिया अन्दर आ चुकी थी और वो बेहद खूबसूरत लग रही थी. प्रिया हंसते हुए पलट कर बोली- यार वहां बहुत भीड़ थी.
वो मुझको देख कर बोली- हैलो करन … सॉरी थोड़ी देर हो गयी. तुम कब आए? मैंने बोला- बस अभी ही पहुंचा ही हूँ तुमने बताया नहीं सब्जी लानी है, मैं ले आता. प्रिया बोली- अरे, तुमने वैसे ही इतनी हेल्प कर दी है … और वैसे भी अगर हम खुद से नहीं जाएंगे, तो इस जगह के बारे में पता कैसे लगेगा.
फिर हम मिल कर खाना बनाने में लग गए. खाना वैसे तो प्रिया ही बना रही थी, लेकिन पीछे से हां हां ऐसे करो, हम दोनों भी बोले जा रहे थे.